प्रधानमंत्री ने देश के लोगों को दिया ये बड़ा तोहफा, जानिए क्या है खासियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोच्चि पेट्रोलियम परिशोधन संयंत्र में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के एक एकीकृत तेल परिशोधन विस्तार परिसर को रविवार को राष्ट्र के नाम समर्पित किया.
भारत पेट्रोलियम के इस प्लांट के परिसर के विस्तार का प्रधानमंत्री ने किया शुभारंभ (फाइल फोटो)
भारत पेट्रोलियम के इस प्लांट के परिसर के विस्तार का प्रधानमंत्री ने किया शुभारंभ (फाइल फोटो)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोच्चि पेट्रोलियम परिशोधन संयंत्र में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के एक एकीकृत तेल परिशोधन विस्तार परिसर को रविवार को राष्ट्र के नाम समर्पित किया. उन्होंने इस पेट्रोलियम परिशोधन संयंत्र में एक पेट्रोरसायन परिसर तथा एत्तुमनूर में कौशल विकास संस्थान की आधारशिला भी रखी. इसके अलावा उन्होंने यहां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के एलपीजी बोटलिंग संयंत्र में ऊंचाई पर स्थापित एलपीजी भंडारण केंद्र का उद्घाटन भी किया.
इस माउंटेड भंडार सुविधा की कुल क्षमता 4,350 टन है. इसे भंडारण का सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है. मोदी ने इस मौके पर पेट्रोरसायन क्षेत्र पर विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि भारत बड़े तेल परिशोधन केंद्र के तौर पर उभर रहा है और आज देश अपनी जरूरत से अधिक पेट्रोलियम परिशोधन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि मई 2016 में उज्ज्वला योजना की शुरुआत के बाद गरीब लोगों को करीब छह करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि 23 करोड़ से अधिक लोगों ने ‘पहल’(प्रत्यक्ष हस्तांतरित लाभ) योजना से खुद को जोड़ा जिससे फर्जी खातों की पहचान करने में मदद मिली. इस योजना के तहत सब्सिडी सीधे ग्राहक के खाते में भेजी जाती है.
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उन्होंने कहा कि पहल को सबसे बड़ा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना के नाते गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिली है. एकीकृत परिशोधन परिसर एक आधुनिक विस्तार परिसर है. इससे कोच्चि परिशोधन संयंत्र देश का सबसे बड़ा सरकारी परिशोधन संयंत्र बन जाएगा. इसमें स्वच्छ ईंधन उत्पादन की क्षमता है. यह एलपीजी तथा डीजल उत्पादन को दोगुना कर देगा और संयंत्र में पेट्रोरसायन उत्पादों के लिये कच्चे पदार्थों का उत्पादन भी शुरू कर देगा.
एत्तुमनूर के कौल विकास संस्थान में तेल एवं गैस तथा अन्य उद्योगों के लिये योग्य युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा और उनकी रोजगार की योग्यता तथा उद्यमिता को विस्तृत किया जाएगा. यह संस्थान आठ एकड़ के परिसर में तैयार हो रहा है. इसकी क्षमता 20 विभिन्न क्षेत्रों में सालाना एक हजार युवाओं को प्रशिक्षित करने की होगी. कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन और राज्यपाल पी. सदाशिवम भी शामिल हुए.
10:20 AM IST